Verse 1आज का दिन यहोवा ने बनाया है,
हम उसमें आनंदित हो आनंदित हों(2)
Verse 2प्रभु को महिमा मिले, चाहे हो मेरा अपमान
वो बढ़े मैं घटूँ, रहे उसी का ध्यान(2) आज…
Verse 3स्तुति प्रशंसा करें, क्यों ना कुछ होता रहे
उसको हम भाते रहें, चाहे जहाँ भी रहें(2) आज…
Verse 4आता हूँ तेरे पास, मुझको है तुझसे आस
मुझको कबूल कर ले, पापों से शुद्ध कर दे(2) आज…